राहुल गांधी ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, 'नागरिकता संशोधन बिल (सीएबी) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) भारत में फासीवादियों की ओर से फैलाए गए बड़े ध्रुवीकरण का हथियार है.
उन्होंने कहा कि इन गंदे हथियारों के खिलाफ सबसे अच्छा बचाव शांतिपूर्ण, अहिंसक सत्याग्रह है.
राहुल गांधी ने कहा, 'मैं उन सभी के साथ एकजुटता से खड़ा हूं जो सीएबी और एनआरसी के खिलाफ शांति से विरोध कर रहे हैं.'
दूसरी ओर, रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मोदी सरकार की स्पष्ट नीति के कारण ही नागरिक संशोधन विधेयक संसद में पारित हो सका है.
वहीं कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी समेत कई लोगों ने जामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस कार्रवाई की निंदा की.