पार्टी नेता उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि वे हर बार भाजपा के लिए पीछे हट जाते हैं और इस बार ऐसा नहीं होगा.
माना जा रहा है कि बुधवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के मुंबई आगमन के बाद दोनों दलों में 1995 के फॉर्मूले पर बात बन सकती है जिसके अनुसार अधिक सीटें पाने वाले दल के पास मुख्यमंत्री पद गया था और कम सीटें पाने वाले के पास उपमुख्यमंत्री पद.