कांग्रेस के दो बड़े नेता इन दिनों प्रवर्तन निदेशालय(ED) की जांच का सामना कर रहे हैं. जहां पिछले दिनों पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस में सीबीआई और ईडी की गिरफ्त में हैं. इन दोनों नेताओं को ईडी का डर पिछले कई दिनों से सता रहा है. ऐसे में यह सवाल उठता है कि बड़े नेताओं को ईडी से डर क्यों लगता है. दरअसल होता क्या है कि जब किसी केस में ईडी किसी पूर्व मंत्री को हिरासत में लेती है या जब गिरफ्तार करती है, तो उनसे घंटों पूछताछ होती है. अगर प्रक्रिया एक दिन में पूरी हो जाए तो अभियुक्त को उसी दिन सरकारी अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए भेजा जाता है. फिर उसे स्थानीय थाना के अंतर्गत लॉकअप में भेज दिया जाता है. जहां रात उसे लॉकअप में काटनी पड़ती है. यह भी पढ़ें:मोदी सरकार गरीब हितैषी है या कॉरपोरेट हितैषी?