यमुना के बढ़ते जलस्तर से दहशत में लोग, केजरीवाल ने बुलाई बड़ी बैठक

दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को छू रही है. यमुना के रौद्र रूप से आस-पास के गांव में दहशत का माहौल है. इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सचिवालय में बड़ी बैठक बुलाई है. दोपहर 1 बजे बुलाई गई इस बैठक में यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर तैयारियों पर बातचीत होगी. बैठक में बाढ़ और राहत कार्य से संबंधित दिल्ली की तमाम एजेंसियों को बुलाया गया है.
हरियाणा में स्थित हथिनी कुंड बैराज (ताजेवाला) से रविवार शाम छह बजे 8,28,072 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ने से दिल्ली और नोएडा में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. गौतमबुद्ध नगर के जिला अधिकारी बी.एन. सिंह ने यमुना के किनारे रहने वालों को सभी जरूरी सामान लेकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन के प्रवक्ता राकेश चौहान ने बताया कि पानी के मंगलवार की रात तक नई दिल्ली में ओखला बैराज पर पहुंचने की संभावना है.

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उन्होंने कहा कि जिला अधिकारी ने बाढ़ एवं सिंचाई विभाग समेत अन्य संबंधित सरकारी एजेंसियों को सतर्क रहने, पानी की स्थिति पर नजर बनाए रखने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि यमुना नदी में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे नई दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो सकता है. एक अधिकारी ने कहा कि बैराज में जलस्तर करीब छह लाख क्यूसेक तक बढ़ गया है, जिससे अधिकारियों को राज्य के निचले इलाकों के लिए अलर्ट जारी करना पड़ा है.
अधिकारियों के अनुसार, बैराज में 70,000 क्यूसेक तक के जलस्तर को सामान्य माना जाता है, जबकि 2.5 लाख क्यूसेक से ज्यादा को अत्यधिक बाढ़ माना जाता है. रविवार सुबह जलस्तर बढ़ने के साथ अधिकारियों ने हथिनीकुंड बैराज के सभी गेट खोल दिए और नदी के जल को नीचे की तरफ जाने दिया.
 

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