5 aug को जब पूरा देश कश्मीर की चर्चा में व्यस्त था तब महाराष्ट्र के अकोला में राजमार्ग परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहित किए जाने के बाद मुआवजा मिलने में देरी से तंग आकर जिला कलेक्ट्रेट में पांच किसानों ने जहर खा लिया। ऐसा महाराष्ट्र में पहली बार ही नहीं हुआ है। महाराष्ट्र में कर्ज से परेशान किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले चार साल यानि वर्ष 2015 से 2018 तक राज्य में 12,021 किसानों ने आत्महत्या की है।इस साल जनवरी से मार्च तक ही 610 किसानों ने आत्महत्या कर ली है। ऐसे में राज्य सरकार की योजनाओं पर सवाल उठना लाज़मी है।