इन वजहों से जेपी नड्डा को बनाया गया भाजपा का कार्यकारी अध्यक्ष !!

बीजेपी के मौजूदा अध्यक्ष अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद इस बात को लेकर कयासों का दौर चल रहा था कि किसे अध्यक्ष पद की कमान मिलेगी. जेपी नड्डा नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में केंद्र सरकार में शामिल थे लेकिन दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी. तब से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि संगठन की जिम्मेदारी उन्हें मिल सकती है. 17 जून को बीजेपी के सबसे प्रभावी और फैसले लेने वाली संसदीय बोर्ड में इस बात का फैसला हुआ. 

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इस बैठक के बाद बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने मीडिया से कहा, बीजेपी ने अमित शाह के नेतृत्व में कई चुनाव जीते. प्रधानमंत्री ने अब उन्हें गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है तो उन्होंने खुद कहा कि पार्टी की कमान किसी को और संभालना चाहिए. बीजेपी संसदीय बोर्ड ने नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष चुना है.
58 साल के नड्डा के बारे में ये कहा जाता रहा है कि नरेंद्र मोदी- अमित शाह की पसंद के साथ साथ संघ का समर्थन भी उन्हें हासिल है. नड्डा के बारे में ये भी कहा जाता रहा है कि वे बेहद लो प्रोफाइल रहते हैं.
बीते पांच सालों में बीजेपी के अंदर नड्डा ने कई जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है. 2014 चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी मुख्यालय से पूरे भारत में पार्टी की अभियान की निगरानी की थी. 2019 में उनके पास उत्तर प्रदेश का प्रभार था, नड्डा सपा-बसपा गठबंधन के बाद भी पार्टी को यूपी 62 सीटें दिलवाने में कामयाब रहे.
नड्डा को काफी हद तक अमित शाह की तरह ही चुनाव प्रबंधन की रणनीति में माहिर माना जाता है. अमित शाह ने 2019 में पार्टी के लिए हर सीट पर 50 फीसदी वोट हासिल करने का लक्ष्य रखा था. नड्डा ने यूपी में पार्टी को 49.6 फ़ीसदी वोट दिलाने का करिश्मा कर दिखाया.
वैसे ये भी ज़ाहिर है कि अमित शाह पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में होने वाले चुनाव तक अमित शाह अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभालेंगे. भारतीय जनता पार्टी मौजूदा समय में विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का दावा करती है.
1993 में बने पहली बार विधायक
हिमाचल के बिलासपुर के रहने वाले जय प्रकाश नड्डा ने पटना से एलएलबी की पढ़ाई की है. शुरू से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य रहे नड्डा पहली बार 1993 में हिमाचल प्रदेश से विधायक चुने गये और राज्य और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं. 1994 से 1998 तक वो विधानसभा में पार्टी के नेता भी रहे हैं. 2007 में नड्डा प्रेम कुमार धूमल की सरकार में वन-पर्यावरण, विज्ञान और टेक्नालॉजी विभाग के मंत्री बनाये गये.
बीजेपी ने 2012 में नड्डा को राज्यसभा सांसद बनाया और 2014 में मोदी सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के तौर पर चुना गया. मोदी की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य परियोजना आयुष्मान भारत की सफलता का श्रेय भी नड्डा को दिया जाता है.

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