निजीकरण पर कन्हैया का कटाक्ष, कहा- मोदी सरकार बैंकों को बेच कर देश का ‘गुल्लक़’ मित्रों को देना चाहती है

  • भाजपा सरकार निजीकरण के लिए चार प्रमुख बैंकों को पहले ही शॉर्टलिस्ट कर चुकी है. जिसमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं.
  • मोदी सरकार के इस फैसला का विरोध बड़े पैमाने पर विपक्ष और युवाओं के द्वारा किया जा रहा है. इसी बीच सोशल मीडिया पर केंद्र सरकार के खिलाफ कई हैशटैग चला कर विरोध किया जा रहा है.
  • सीपीआई के नेता कन्हैया कुमार ने भी निजीकरण को लेकर मोदी सरकार पर कटाक्ष किया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सरकारी सम्पत्ति असल में देश की सम्पत्ति होती है और देश वहां के लोगों से बनता है.
  • आगे कुमार ने कहा कि इस लिहाज़ से सरकारी बैंक आम लोगों के बैंक हुए. लेकिन सरकार बैंकों को बेच कर देश का ‘गुल्लक़’ अपने दोस्तों के हवाले करना चाहती है.
  • इसी के साथ कन्हैया कुमार ने आगे कहा कि अगर देश बचाना है तो बैंकों को बचाना होगा. वरना देश की सारी सम्पति कुछ लोगों के पास चली जाएगी.

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