
बेटी की शादी में शामिल नहीं हुआ किसान, फोन पर सुनी शहनाई की आवाज, बोला- आंदोलन ज्यादा जरूरी
- कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन का आज 9वां दिन है, गुरुवार को हुई बातचीत में भी कोई सहमति नहीं बन पाई है।
- किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं, घर का सारा कामकाज छोड़कर प्रदर्शन में डटे हुए हैं, ऐसे ही एक किसान हैं सुभाष चीमा।
- सुभाष चीमा अपनी बेटी की शादी छोड़कर किसान आंदोलन में शामिल हुए हैं क्योंकि उनके लिए किसानों की आवाज उठाना ज्यादा जरूरी है।
- उन्होंने बताया कि गुरुवार को उनकी बेटी की शादी थी लेकिन वो शादी का हिस्सा नहीं बने, चीमा भारतीय किसान यूनियन के सदस्य हैं।
- उनका कहना है पदाधिकारी स्तर का कोई आंदोलन छोड़ दे तो बाकी लोगों का क्या होगा, उन्होंने वीडियो कॉल पर बेटी को आशीर्वाद दिया।




























































