पहले लॉकडाउन का कर रहे थे विरोध, अब अनलॉक 1.0 को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं विपक्षी दल
कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार ने चार चरणों में लॉकडाउन लागू किया था, लेकिन अब चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन खोलने की तैयारी चल रही है.
हालांकि सरकार के इस फैसले पर विपक्षी दलों ने नाराज़गी जाहिर की है. विपक्ष का कहना है कि जब संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है तो रियायतें देकर सरकार जनता की जान को खतरे में डाल रही है.
सपा के एमएलसी सुनील सिंह साजन ने कहा कि जब कोरोना के 21 मामले थे, तब 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया था, लेकिन जब केस 2 लाख के पास पहुंच गया है तो अनलॉक 1.0 अनुचित है.
उन्होंने कहा कि अन्य देशों में कोरोना के मामलों में कमी आने पर लॉकडाउन खोला गया है, लेकिन इस देश में एकदम उल्टा है. सरकार के इस फैसले से जनता की जान खतरे में आ जाएगी.
वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन बिना तैयारी के लगाया था. सरकार को पहले श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाना चाहिए था. लॉकडाउन के बाद की स्थिति भयावह होगी.