एमपी: सात दिनों तक लाइन में लगने से किसान की मौत, फसल बेचने के लिए करना पड़ रहा है संघर्ष

  • मध्य प्रदेश में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल बेचने के लिए किसानों को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है, इस चक्कर में एक किसान की जान भी चली गई.
  • अपने उपज की तौल कराने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर आए एक किसान की हॉर्ट अटैक से मौत हो गई है. कमलनाथ ने इसके लिए सरकार को दोषी करार किया है.
  • प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रेम सिंह पुत्र रामसिंह को एक मैसेज प्राप्त हुआ था, इसी के आधार पर वो तनोड़िया स्थित कृषि सहकारी साख संस्था के उपार्जन केंद्र पहुंचे थे.
  • वहां पर तौल प्रक्रिया में देरी हो रही थी और 25 मई को उनका नंबर आया, इस बीच भीषण गर्मी से किसान की हालात खराब हो गई और इलाज के दौरान ही मौत हो गई.
  • इसको लेकर जमकर सियासत होने लगी है, कांग्रेस ने मृतक के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की है, वहीं कमलनाथ ने कहा कि सरकारी नीतियों की वजह से मौत हुई है.

    यह भी पढ़ें- कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी, बेखबर दिख रही है सरकार!