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लापरवाही : पेट दर्द से हुई मजदूर की मौत, कोरोना के डर से नहीं मिला इलाज
- कोरोना व लॉकडाउन के बीच कई प्रवासी मज़दूरों की जान चली गई है। ऐसा ही एक मामला इचाक से सामने आया है।
- 22 वर्षीय मजदूर बैजनाथ राम 18 मई की रात को तबियत ख़राब होने के कारण गुरुग्राम से हजारीबाग लौटा था।
- युवक घर जाने की बजाय इचाक मोड़ स्थित शिव मंदिर में ठहर गया था. उसी रात उसे पेट में तेज दर्द शुरू हो गया ।
- बैजनाथ को हजारीबाग सदर अस्पताल भेजा लेकिन कोरोना के डर से उसको किसी ने छुआ नहीं जिससे उसकी मौत हो गई।
- शिकायत मिलने पर प्रधान सचिव ने लापरवाही बरतने के आरोप में जिले के सिविल सर्जन कृष्ण कुमार का तबादला कर दिया है।
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