भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि देश मंदी के दौर से गुजर रहा है साथ ही अर्थव्यवस्था में भारी सुस्ती के संकेत भी मिल रहे हैं.
उनके अनुसार इसका मूल कारण अर्थव्यवस्था का संचालन प्रधानमंत्री कार्यालय से होना और मंत्रियों के पास कोई शक्ति नहीं होना है.
राजन ने सरकार से प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने तथा घरेलू क्षमता में सुधार लाने के लिए विवेकपूर्ण ढंग से मुक्त व्यापार समझौते में शामिल होने का आग्रह किया.
रघुराम राजन ने कहा केवल फैसला ही नहीं, बल्कि विचार और योजना पर निर्णय भी प्रधानमंत्री के कुछ नजदीकी लोग और पीएमओ के लोग लेते हैं.