साथ ही कांग्रेस महासचिव ने सलाह दी कि मुख्यमंत्री इन मामलों को देखें और अपने दफ्तर में एक प्रकोष्ठ बनाएं।
आगे उन्होंने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक इन मामलों की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को दें और 24 घंटे के अंदर उसका मुकदमा दर्ज कर पीड़िता को सुरक्षा दी जाए।