
बलात्कारियों के लिए दया याचिका नहीं होनी चाहिए: हरसिमरत कौर बादल
- हैदराबाद गैंगरेप के बाद हरसिमरत कौर बादल ने मांग की है कि पीड़िता की जितनी उम्र हो, उतने महीने में फैसला आना चाहिए.
- इसका मतलब है की अगर लड़की 26 साल की हो तो 26 महीने और 2 महीने की लड़की हो तो 2 महीने में सजा सुनानी चाहिए.
- उन्होंने यह भी कहा कि बलात्कारियों के लिए दया याचिका नहीं होनी चाहिए.
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- हरसिमरत कौर ने सुझाव देते हुए कहा कि अगर रेप केस की महिला जज सुनवाई करेंगी तो दोषियों को सजा जल्द मिलेगी.
- वहीं दूसरी ओर, पूनम महाजन ने अधीर रंजन को 'निर्बल' बोलते हुए कहा कि जो महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं, उनको बोलने का कोई अधिकार नहीं है.
