'सत्ता में भागीदारी बनाए रखने में कांग्रेस के नेतृत्व का जवाब नहीं'
प्रशांत किशोर ने ट्वीट में लिखा कि बिना किसी महत्वपूर्ण और सार्थक प्रयास के अपनी राजनीतिक महत्ता और सत्ता में भागीदारी बनाए रखने में कांग्रेस के वर्तमान नेतृत्व का कोई मुक़ाबला नहीं है.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस ने अपनी धुर-विरोधी पार्टी शिवसेना से हाथ मिलाया.
44 सीटें जीतकर चौथे स्थान पर रहने वाली कांग्रेसअब महाराष्ट्र सरकार में अहम भुमिका में हैं.
प्रशांत ने ट्वीट किया था कि 15 से अधिक राज्यों में गैर-भाजपाई मुख्यमंत्री हैं और ये ऐसे राज्य हैं, जहां देश की 55 फीसदी से अधिक जनसंख्या है.
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कुछ दिन पहले बीजेपी पर भी निशाना साध चुके हैं.