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हमारा संविधान सबसे पवित्र ग्रंथ है: प्रधानमंत्री मोदी
- मंगलवार को देश के 70वें संविधान दिवस पर संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुलाया गया है जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित किया.
- प्रधानमंत्री ने राजेन्द्र प्रसाद, बाबा साहेब अंबेडकर, सरदार पटेल और अन्य महापुरुषों को नमन करते हुए कहा कि "इन सब ने अपना योगदान देकर ये महान विरासत हमें सौंपी हैं."
- उन्होंने कहा कि संविधान के कारण ही हम 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' की दिशा में आगे बढ़ पाए हैं.
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- प्रधानमंत्री ने यह कहा कि हमारा संविधान सबसे पवित्र ग्रंथ है और हमने तमाम सुधार 'संविधान की मर्यादा' में रहकर किए हैं.
- बता दें कि संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया था. बाद में 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया.