शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा, 'नेहरू नाम से वर्तमान सरकार का झगड़ा है, लेकिन फीस के विरोध में सड़कों पर उतरे विद्यार्थियों से सरकार ऐसा खूनी झगड़ा न करे.'
उन्होंने संपादकीय में यह भी लिखा की 'सरकार कानून-व्यवस्था की आड़ में आंदोलनकारी विद्यार्थियों पर अमानवीय लाठीचार्ज कर रही है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है.'