नेकां ने फिर दोहराई नजरबंद नेताओं की रिहाई की मांग, कहा-नजरबंदी लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है
नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियां शुरू करने के लिए नेताओं की रिहाई की मांग दोहराई.
सरकार को नेशनल कांफ्रेंस सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को रिहा करना चाहिए.
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद तीन पूर्व मुख्यमंत्री नजरबंद हैं जिसमें फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं.
केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियों को पूरी तरह बहाल करने और हालात सामान्य बनाने के लिए मुख्यधाारा से संबधित सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई जरूरी है.
जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत प्राप्त अधिकार और एकीकृत जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों में विभाजित किए तीन माह से अधिक समय हो गया है.