मायावती की दरियादिली, अखिलेश का दिमाग, केस से मुक्त हुआ बुजुर्ग बाप !
वर्ष 1995 में मुलायम सिंह सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद लखनऊ के गेस्ट हाउस में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मायावती पर जानलेवा हमला किया था.
इस घटना के बाद दोनों पार्टियों के बीच पुरानी अदावत चल रही थी.
लेकिन हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से पहले दोनों दल अपनी इस दुश्मनी को भुलाते हुए एक साथ आए थे.
लोकसभा चुनाव में मनमुताबिक परिणाम न आने पर मायावती ने अखिलेश के साथ गठबंधन तोड़ दिया था.
लेकिन अब गठबंधन टूटने के बाद गेस्ट हाउस कांड में मायावती द्वारा मुलायम के खिलाफ दर्ज कराए हुए मुकदमा को वापसी लेने की अटकलों से सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है.