हमारा समाज जो मर्द और औरत से बना है, उसमे एक तीसरा वर्ग भी है जिसे हम किन्नर के नाम से जानते है। इनकी दिल की आवाज़ कोई नहीं सुनता है क्योंकि समाज और परिवार इन्हें कलंक समझता है। Molitics की टीम ने इनसे बात की और जाना कि ये कैसे समाज के भेदभाव से लड़कर आगे बढ़ते है।