झाबुआ का रिजल्ट देख कमलनाथ सरकार को तेवर दिखाने वाले विधायकों के सुर पड़े ढीले
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने सत्ता में 10 महीनों से ज्यादा का समय भले पूरा कर लिया हो, लेकिन इस दौरान सरकार ने विपक्ष के साथ-साथ 'सरकार-समर्थक विधायकों' के तेवर भी कम नहीं झेले हैं.
जिन निर्दलीय विधायकों ने कमलनाथ सरकार को बाहर से समर्थन दिया है, उनके बागी तेवरों से कांग्रेस पार्टी बुरी तरह परेशान रही है.
झाबुआ विधानसभा उपचुनाव का परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आ गया है और विधानसभा में संख्याबल के मामले में भी पार्टी 'मजबूत' हो गई है, इन तेवरदार विधायकों के सुर ढीले पड़ने लगे हैं.
सरकार को निशाना बनाने वाले विधायकों ने सरकार के साथ खड़े होने का दावा करना शुरू कर दिया है.