सेमीफाइनल में दुश्मनों से नहीं गिला, दोस्त ही निकले बेवफा
बिहार में छह सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों ने एक साथ कई चीजें साफ कर दीं हैं. पहला यह कि राष्ट्रीय जनता दल का मुस्लिम-यादव समीकरण अब सुरक्षित नहीं रहा.
दूसरा, मुस्लिम वोट पर अब सिर्फ आरजेडी-कांग्रेस की ही ठेकेदारी नहीं चलेगी. ...और आखिरी यह कि सियासी समर में दोस्तों ने भी कम बेवफाई नहीं की.
दोनों गठबंधनों के घटक दलों के वोट सहयोगी दलों के प्रत्याशियों के पक्ष में ट्रांसफर नहीं हो सके.
छह में से चार सीटों पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की हार के पीछे सबसे बड़ी वजह भी दोस्ती में कुश्ती है.
महागठबंधन पर भी इसका असर पड़ा. तकरार के कारण नुकसान तो हुआ, लेकिन आरजेडी को सुकून हो सकता है कि उसके खाते में दो सीटें आ गईं. हालांकि, कांग्रेस अपनी एक सीट भी नहीं बचा पाई.