यहां लोगों के पास रहने की भी जगह नहीं है और अभी तक ये लोग शरणार्थियों की तरह शेल्टर हाउस में रह रहे हैं. अब तक लोगों को मुआवज़ा भी नहीं मिला है.
फल्दिया के लोग चाहते हैं कि ग्राम पंचायत के चुनाव के बाद राहत कार्यों में तेज़ी लाई जाए. सड़क, मकान, पुल बनाए जाएं और उन्हें मुआवज़ा मिले.
ग्रामीण भी जानते हैं कि ग्राम प्रधान ये सब नहीं कर सकता इसलिए कह रहे हैं कि वोट उसे देंगे जो उनकी बात, उनकी तकलीफ़ को मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री तक पहुंचा सके.