
पार्टियों में उत्तराधिकारी का चलन गलत: शांता कुमार
- हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने एक बार फिर धर्मशाला के दूसरी राजधानी के मुद्दे पर बयान दिया है.
- शांता कुमार का कहना है कि जब देश की एक राजधानी है तो प्रदेश में दो राजधानियों का क्या औचित्य है.
- पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की गुलामी से मुक्त नहीं हो पा रही है तो ऐसे में उन्हें विकास की बात नहीं करनी चाहिए.
- उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भले ही जातिवाद का नारा दिया जा रहा हो, लेकिन भाजपा ने जातिवाद नहीं बल्कि विकास को आधार बनाकर राजनीति की है.
- वहीं शांता कुमार का मानना है कि वोटर बुद्धिजीवी हैं तो वह प्रदेश हित के लिए ही वोट डालेंगे.
