मोदी सरकार का प्राथमिक विद्यालयों के लिए नया दिशा-निर्देश, 3-6 साल के बच्चों के लिए कोई परीक्षा नहीं
नरेंद्र मोदी सरकार की प्राथमिक स्कूल के बच्चों को लेकर नई गाइडलाइन आई है जिसके तहत तीन से छह साल के आयु वाले बच्चे टेस्ट, मौखिक या फिर लिखित परीक्षा नहीं देगें.
एनसीईआरटी की इस नई गाइडलाइन में सलाह दी गई है कि प्राथमिक स्कूल के बच्चों का मूल्यांकन उनके प्रोग्रेस के आधार पर किया जाना चाहिए न कि ‘पास’ और ‘फेल’ के आधार पर.
सोमवार को जारी किए गए दिशा निर्देशों में कहा गया है बच्चों की पढ़ाई के दौरान फोकस उनकी ताकत पर होना चाहिए न कि किसी भी बच्चे को पास या फेल किए जाने पर.
नए दिशा-निर्देश में यह भी सुझाव दिया गया है कि मूल्यांकन बच्चों की गतिविधियों, उनके स्वास्थ्य, पोषण, शारीरिक और सामाजिक कल्याण की स्थिति के गुणात्मक निर्णय पर आधारित होना चाहिए.