शांति के नोबल के लिए इथियोपियाई प्रधानमंत्री से प्रेणा ले सकते हैं नरेंद्र मोदी
नोबेल शांति पुरस्कार या तो मुद्दा विशेष पर अभियान चलाने वालों या शांति स्थापित करने वालों को दिया जाता है. नरेंद्र मोदी दोनों ही श्रेणी में आते हैं.
मोदी और अबी में एक और बड़ी समानता है- दोनों का अपनी अलग छाप छोड़ने पर यकीन है, खास कर कूटनीति में.
पड़ोसी मुल्क से हुए सीमा विवाद की स्थिति में अबी ने कहा कि उनका देश 2000 में हुए शांति समझौते की शर्तों का अनुपालन करेगा जिससे वहां हिंसा और शत्रुता एक झटके में खत्म हो गई.
जहां इथियोपिया अपने चुनावों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करना चाहता है, वहीं नरेंद्र मोदी की सरकार असहमति जताने वाले चुनाव आयुक्त के पीछे पड़ उसके परिवार को आयकर के नोटिस भिजवा रही है.
मोदी सरकार देश पर एक भाषा, एक धर्म, एक चुनाव और एक पार्टी थोपने का संकेत देती है, जबकि अबी नेहरू शैली की ‘अनेकता में एकता’ का मॉडल ढूंढ रहे हैं.