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छत्तीसगढ़ में गांधी-गोडसे के बाद अब 'राम पॉलीटिक्स'
- महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर गांधी और गोडसे शुरू हुई सियासत अब दशहरा और दिवाली के माहौल में राम पॉलीटिक्स में बदल गई है।
- पहले मंत्री रविंद्र चौबे और नेता-प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भगवान राम को सियासत के चक्कर में बांट दिया।
- अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के कण-कण में भगवान राम के बसे होने की बात कहकर यह बताया है कि भगवान राम किसी एक दल या संगठन के नहीं हैं।
आदिवासी नेत्री सोनी सोरी दंतेवाड़ा से गिरफ्तार, बिना अनुमति कर रही थीं रैली- गांधी जयंती के एक दिन पहले मुख्यमंत्री बघेल ने भाजपा और आरएसएस से गोडसे मुर्दाबाद के नारे लगाने की मांग की, तो गांधी और गोडसे पर सियासत गरमा गई थी। सड़क से लेकर सदन तक कांग्रेस और भाजपा गांधी प्रेम दिखाने में लगे रहे।
- गांधी पर विधानसभा का विशेष सत्र खत्म हुआ कि राम प्रेम शुरू हो गया।