राजद की दो टूक: अब और नहीं झेलेंगे मांझी-मुकेश के नखरे, जाएं या रहें, फर्क नहीं पड़ता
राजद पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और वीआइपी के मुकेश सहनी के और नखरे नहीं झेलेगा.
उप चुनाव में उम्मीदवार खड़ा करने की घोषणा के बाद राजद ने इन दोनों के लिए बाहर निकलने का रास्ता खोल दिया है. मान लिया है कि जीत और हार में दोनों के रहने न रहने से कोई फर्क नहीं पड़ता है.
पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह हम और वीआइपी को राजद में विलय की सलाह दे रहे हैं. शिवानंद तिवारी कह रहे हैं कि नाथनगर में उम्मीदवार देकर मांझी अपनी ताकत आजमा लें.
संकेत यह कि राजद इन दोनों को मनाने नहीं जा रहा है. असल में लोकसभा चुनाव ने इस भ्रम को तोड़ दिया है कि मांझी और सहनी अपनी बिरादरी के वोटरों को प्रभावित कर सकते हैं.