किसानों की प्रमुख मांग है कि उन्हें कम रेट पर बिजली मिले, गन्ने का भुगतान ब्याज सहित हो, गोवंश की देखभाल का भत्ता बढ़ाया जाए.
किसान नेताओं का कहना है कि वे अपनी मांगें शांतिपूर्ण तरीके से रखने आए हैं. अगर सरकार रोकेगी तो वे विरोध नहीं करेंगे लेकिन जहां भी रोका जाएगा वहीं पर भूख हड़ताल करेंगे.