यूनिवर्सिटी में पोलिसिंग साइंस, फॉरेन्सिक साइंस, साइबर फॉरेन्सिक्स, क्रिमिनोलॉजी, क्रिमिनल जस्टिस, रिस्क मैनेजमेंट और अन्य संबंधित विषयों का अध्ययन होगा, इसके लिए ‘स्टेट ऑफ द आर्ट’ सुविधाएं और माहौल उपलब्ध कराने के साथ शिक्षा, शोध का उत्कृष्ट प्रबंध होगा.
मंत्रालय के मुताबिक एनपीयू बहु-विषयक यूनिवर्सिटी होगी जहां छात्र औपचारिक शिक्षा कार्यक्रम के तहत बैचलर, मास्टर्स और डॉक्टोरल डिग्री तो ले ही सकेंगे, साथ ही पोलिसिंग साइंस, साइबर फॉरेन्सिक्स, क्रिमिनोलॉजी, क्रिमिनल जस्टिस, फॉरेन्सिक साइंस, रिस्क मैनेजमेंट जैसे विषयों में पीजी डिप्लोमा भी हासिल कर सकेंगे.
नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी का लोकेशन भी अहम है, दिल्ली से सटे और एनसीआर में शामिल ग्रेटर नोएडा के टेक ज़ोन में स्थिति आईटी पार्क में 100 एकड़ ज़मीन को एनपीयू के लिए चुना गया है, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक डेवेलपमेंट अथॉरिटी (GNIDA) ने एनपीयू के लिए ज़मीन 90 साल की लीज़ पर रियायती दर पर 371 करोड़ रुपए में देने की पेशकश की है.