पांच साल से खनन घोटाले का केंद्र बने राज्य के खान विभाग में तो प्रमुख सचिव से लेकर उप सचिव तक के महत्वपूर्ण पद खाली होने से कई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं हो पा रहे है.
गहलोत और पायलट के बीच मतभेद को लेकर अधिकारियों का कहना है कि हमें तो सरकार भूल ही गई है.