चंद्रयान 2 के असफल होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे का बढ़ाया हौसला.
भारत का एक बड़ा मिशन यानी चंद्रयान 2 को आख़िरी क्षणों में असफलता का सामना करना पड़ा.
चंद्रमा की सतह पर लैंडिग के महज दो किलोमीटर पहले लैंडर विक्रम से इसरो का संपर्क टूटने के कारण सभी वैज्ञानिको के साथ-साथ पूरे देश में दुख का माहौल है.
इन गंभीर पलों में प्रधानमंत्री मोदी ने इसरो पहुँच सभी वैज्ञानिको का हौसला बढ़ाया और इसरो चीफ को गले लगाकर उन्हें सांत्वना भी दी.
शनिवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश को संबोधित करते हुए कहा, “कई रातों से वैज्ञानिको सोए नहीं हैं. वैज्ञानिको देश के लिए अपनी पूरी जिंदगी खपा देते हैं. आप लोग माँ भारती के लिए जीते है. आपके चेहरे की उदासी मैं पढ़ पाता था. लेकिन आज भले ही कुछ रुकावटें आई हो, लेकिन उससे हमारा हौसला कमजोर नहीं पड़ा है. उससे और मजबूत हुए हैं हम.”
प्रधानमंत्री ने देश भर से चंद्रयान 2 की लैंडिग को देखने आए लगभग 70 छात्रों को प्रेरित करते हुए जीवन में असफला का समना कर आगे बढ़ने की सलाह दी.