मॉब लिंचिंग के मामले में झारखंड यूं ही 'बदनाम' नहीं है!
पिछले दिनों राज्यसभा में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर चिंता जताई थी कि झारखंड में बढ़ रही लिंचिंग की घटना पर पूरे राज्य को क्यों दोषी बताया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने तर्क दिया था कि इससे वहां अच्छा काम करने वाले लोग ही नहीं मिलेंगे. पूरे झारखंड को बदनाम करना ठीक नहीं है. लेकिन झारखंड में पिछले पांच साल से भाजपा की सरकार है यहां इस पार्टी के कार्यकाल में कम से कम दस घटनाएं हुई हैं. इन घटनाओं में कुुल 18 लोग मारे गए जिनमें 11 मुसलमान थे. एक तरफ जहां झारखंड की अस्मिता बचाने के लिए कह रहे हैं, वहीं लिचिंग की बढ़ती घटनाओं को रोकने के प्रति राज्य और केंद्र सरकार का ढुलमुल रव्यैया चिंताजनक है. यह भी पढ़ें: UAPA कानून के तहत मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद आतंकी घोषित