उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि राज्य में विधानसभा के चुनाव होने में अभी एक साल से ज्यादा वक्त है. एनडीए के लिए यह चुनावी मोड में आने का नहीं, विकास के लिए काम करने का समय है. हमारे यहां नेतृत्व को लेकर न कोई संशय है, न कोई अंतर्कलह. मोदी के इस बयान से जदयू-भाजपा के बीच दूरियां बढ़ने के विपक्ष के आरोप हवा साबित हुए हैं. उपमुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि पोस्टर के जरिये जनमत बनाने का अधिकार सभी दलों को है. कुछ लोग जनमत बिगाड़ने या राज्य की छवि धूमिल कर निवेशकों को डराने के लिए भी पोस्टर का दुरुपयोग कर रहे हैं. संसदीय चुनाव के समय भी बहुत सारे पोस्टर लगाये गये थे. लेकिन जनता ने किस पर भरोसा किया. तेजस्वी प्रसाद यादव विधानसभा के पिछले सत्र में लगभग गायब रहे. महागठबंधन में ऐसे व्यक्ति को नेता मानने से इन्कार करने वाली आवाजें तेज हो रही हैं.
बिहार के सीमांचल और पश्चिम बंगाल में भी हो एनआरसी : राकेश सिन्हा