प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्रा ने दिया इस्तीफा, IAS सिन्हा करेंगे रिप्लेस

 पांच वर्षो तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिंसिपल सचिव रह चुके नृपेंद्र मिश्रा ने अपने पद से मुक्त होने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री ने उन्हें दो सप्ताह तक अपने पद पर बने रहने के लिए कहा है। सरकार के मुख्य प्रवक्ता सितांशु कार ने शुक्रवार को इस आशय की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने पीके सिन्हा को पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) में आफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) नियुक्त किया है। मिश्रा को नवगठित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू एवं कश्मीर का राज्यपाल बनाया जा सकता है।
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पीएम मोदी ने की नृपेंद्र मिश्रा की प्रशंसा 
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश काडर के 1967 बैच के सेवानिवृत्त आइएएस अधिकारी मिश्रा को उत्कृष्ट अधिकारियों में से एक बताया है। उन्होंने कहा, '2014 में जब मैं दिल्ली में नया था तब उन्होंने मुझे बहुत कुछ समझाया था। उनका मार्गदर्शन हमेशा मूल्यवान बना रहेगा।' 64 वर्षीय सेवानिवृत्त नौकरशाह को शुभकामना देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'पांच साल तक लगातार और समर्पण के साथ सेवा देने के बाद श्री नृपेंद्र मिश्रा जी अब अपने जीवन के नए चरण में जा रहे हैं। उनके भावी प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं। पांच वर्षो तक उन्होंने भारत के तीव्र विकास में अमिट योगदान दिया है।'
मिश्रा ने भी पीएम का आभार जताया 
एक बयान में मिश्रा ने कहा है, 'मोदी के नेतृत्व में देश की सेवा करने का मौका मिलना उनके लिए सौभाग्य रहा। इस अवसर के लिए मैं प्रधानमंत्री का हृदय से आभारी हूं। उन्होंने मेरे ऊपर पूरा भरोसा किया 2014 में भाजपा की अगुआई वाली मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से मिश्रा पीएमओ में रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद कैबिनेट मंत्री के दर्जे के साथ उन्हें फिर से प्रिंसिपल सचिव नियुक्त किया गया। सरकार में विभिन्न पदों पर काम करने के बाद वह 2009 में भारत के दूर संचार प्राधिकार (ट्राइ) चेयरमैन के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे।

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