
विवेक तन्खा के समर्थन में उतरे कैबिनेट मंत्री, बोले - अवैध उत्खनन रोकने में कमलनाथ सरकार हुई फेल
अवैध उत्खनन को लेकर कमलनाथ सरकार अब खुद ही अपनों से ही घिरती नजर आ रही है। विवेक तन्खा ने खदानों को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। तन्खा ने कहा मप्र में कमलनाथ सरकार अवैध उत्खनन रोकने में नाकाम रही है। वहीं अब कमलनाथ सरकार में सामान्य प्रशासन एवं सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने कांग्रेस के विरष्ठ नेता विवेक तन्खा के बयान का समर्थन किया है। मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस में खलबली मच गई है।
मंत्री गोविंद ने कहा कि विवेक तन्खा का ट्वीट सही है। प्रदेश में व्यापक पैमाने पर रेत और मिट्टी का अवैध उत्खनन हो रहा है। अकेले भिंड-दतिया में 05 से 10 करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी सरकार अवैध उत्खनन को रोकने में असफल हुई। मंत्री ने कहा कि हम अवैध उत्खनन को रोकने में असफल हुए है। अब मुख्यमंत्री कमलनाथ से करूंगा बात जिससे कि अवैध उत्खनन पर लगाम लगे। बड़ी खदानों की नीलामी हो और छोटी खदानों को लीज पर दिया जाए, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि दूध और मावा पर की गई कार्रवाईयों की तरह अब अवैध उत्खनन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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दरअसल, आज सुबह विवेक तन्खा ने ट्वीट के माध्यम से कमलनाथ सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ये ट्वीट सीएम कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय को भी टैंग किया है। तन्खा ने कहा था कि आवेदन के माध्यम से गिट्टी क्रेशर की खदानें सरकार देना चाहती है जबकी हाईकोर्ट ने नीलामी करके खदाने देने के आदेश दिए है। तन्खा ने सरकार को खदान संचालन में पारदर्शिता से काम करने की बात कही। साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि 80% गिट्टी खदाने तो राजनेताओं के कब्जे में है।
  मंत्री गोविंद ने कहा कि विवेक तन्खा का ट्वीट सही है। प्रदेश में व्यापक पैमाने पर रेत और मिट्टी का अवैध उत्खनन हो रहा है। अकेले भिंड-दतिया में 05 से 10 करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी सरकार अवैध उत्खनन को रोकने में असफल हुई। मंत्री ने कहा कि हम अवैध उत्खनन को रोकने में असफल हुए है। अब मुख्यमंत्री कमलनाथ से करूंगा बात जिससे कि अवैध उत्खनन पर लगाम लगे। बड़ी खदानों की नीलामी हो और छोटी खदानों को लीज पर दिया जाए, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि दूध और मावा पर की गई कार्रवाईयों की तरह अब अवैध उत्खनन पर भी कार्रवाई की जाएगी।
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दरअसल, आज सुबह विवेक तन्खा ने ट्वीट के माध्यम से कमलनाथ सरकार की मंशा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ये ट्वीट सीएम कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय को भी टैंग किया है। तन्खा ने कहा था कि आवेदन के माध्यम से गिट्टी क्रेशर की खदानें सरकार देना चाहती है जबकी हाईकोर्ट ने नीलामी करके खदाने देने के आदेश दिए है। तन्खा ने सरकार को खदान संचालन में पारदर्शिता से काम करने की बात कही। साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि 80% गिट्टी खदाने तो राजनेताओं के कब्जे में है।


 
  
  
 


























































