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पीएम मोदी यूएई रवाना, सर्वोच्च सम्मान से होंगे सम्मानित

पीएम मोदी फ्रांस में भारतीय समुदाय को संबोधित करने के बाद अब शुक्रवार को ही यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) के लिए रवाना हो गये हैं. यहां पीएम मोदी को यूएई का सर्वोच्‍च सम्‍मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ प्रदान किया जाएगा. बिगत अप्रैल में यूएई दोनों देशों के बीच द्पिक्षीय रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए मोदी को यह प्रतिष्ठित पुरस्‍कार दिया जाएगा. यह पुरस्‍कार यूएई के संस्‍थापक शेख जायद बिन सुल्‍तान अल नाहयान के नाम पर दिया जाता है.
वहीं जी-7 समिट में हिस्सा लेने के लिए पीएम यूएई से पेरिस वापस लौटेंगे. इससे पहले 2003 में भारत इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था.
यूएई में भारतीय दूत ने कहा कि पएम मोदी की यह यात्रा द्विपक्षीय व्‍यापक रणनीतिक साझेदारी के लिए मील का पत्‍थर साबित होगी.
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भारत के लिए यूएई इसलिए महत्वपूर्ण
1- खाड़ी देशों से भारत को तेल निर्यात करने वालों में यूएई चौथा सबसे बड़ा देश. भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय निवेश पहले से ज्यादा बढ़ा.
2- व्यापारिक साझेदारी में यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा पार्टनर. करीब 60 अरब डॉलर का वार्षिक द्विपक्षीय व्‍यापार हुआ.
3- यूएई में करीब 33 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं. भारतीय लोग यहां की अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ बने हुए हैं.
बता दें कि जी-7 संगठन में दुनिया के सात सबसे विकसित और औद्योगिक महाशक्तियां शामिल हैं. इसे ग्रुप ऑफ सेवेन (जी-7) भी कहते हैं. इसमें अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड, कनाडा, इटली, जर्मनी और जापान शामिल हैं. 45वां जी 7 शिखर सम्मेलन 24 से 26 अगस्त, 2019 को बिरिट्ज़, फ्रांस में आयोजित होगा.
पीएम मोदी बोले- हर वैश्विक मंच पर भारत और फ्रांस एक साथ, एक-दूसरे की उपलब्धि पर होते हैं खुश
पीएम मोदी ने फ्रांस के अपने दो दिन के दौरे पर शुक्रवार को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. उनके स्वागत में इस दौरान मोदी-मोदी और भारत माता की जयकारे लगे. पीएम ने भारत और फ्रांस के रिश्ते को अटूट बताया. उन्होंने कहा कि हमारी दोस्ती किसी स्वार्थ पर नहीं, बल्कि ‘लिबर्टी, इक्वलिटी और ‘फ्रेटरनिटी’ के ठोस आदर्शों पर आधारित है. ये मित्रता से कहीं आगे है. ये वर्षों पुरानी है. ऐसा कोई वैश्विक मंच नहीं होगा जहां भारत और फ्रांस ने एक दूसरे का समर्थन न किया हो और साथ काम न किया हो.
पीएम ने कहा कि जब भारत या फ्रांस को कोई उपलब्धि प्राप्त होती है तो हम एक दूसरे के लिए खुश होते हैं. भारत में फ्रांस की फुटबॉल टीम के समर्थकों की संख्या शायद जितनी फ्रांस में नही होगी, उससे ज्यादा भारत में होगी.
बताया देश में पिछले पांच साल का बदलाव
प्रवासियों को भारत की उपलब्धियां बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत में पिछले पांच सालों में ढेर सारे सकारात्मक बदलााव हुए हैं. इन बदलावों के केंद्र में भारत की युवा शक्ति, भारत के गांव, गरीब, किसान और नारी शक्ति इसके केंद्र बिंदु में रहे हैं.
अपनी सरकार को मिले जनादेश का जिक्र करते हुए कहा कि ये सिर्फ एक सरकार चलाने के लिए नहीं, बल्कि नए भारत के निर्माण के लिए है. ऐसा नया भारत जिसकी समृद्ध सभ्यता और संस्कृति पर पूरे विश्व को गर्व हो, और जो 21वीं सदी की आधुनिकता को भी लीड करे.
भारत के विजन का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, ‘मैंने पहले कहा था कि भारत आशाओं और आकांक्षाओं के सफर पर निकलने वाला है. आज मैं आपसे नम्रता से कहना चाहता हूं कि हम न सिर्फ उस सफर पर निकल चुके हैं, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के प्रयासों से भारत तेज गति से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘हमने पिछले 5 वर्षों में कुछ ऐसे लक्ष्य रखे, जो पहले नामुमकिन माने जाते थे. लेकिन टीम स्पिरिट की भावना से हमने उन लक्ष्यों को प्राप्त करके दिखाया है.पूरी दुनिया में एक तय समय में सबसे ज्यादा बैंक अकाउंट अगर किसी देश में खुले हैं, तो वो भारत है. पूरी दुनिया की अगर आज सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा स्कीम किसी देश में चल रही है, तो उस देश का नाम भारत है.’
भारत में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद पर एक्शन
पीएम ने प्रवासियों से देश की रानजीतिक समस्याएं ठीक करने का जिक्र करते हुए कहा कि आज नए भारत में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद, जनता के पैसे की लूट, आतंकवाद पर जिस तरह लगाम कसी जा रही है वैसा पहले कभी नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि नए भारत में थकने, रुकने का सवाल ही पैदा नहीं होता. नई सरकार को बने अभी सिर्फ 75 दिन ही हुए हैं. स्पष्ट नीति और सही दिशा से प्रेरित होकर एक के बाद एक कई बड़े फैसले लिए गए हैं.
भारत-फ्रांस के साझा मूल्य
भारत-फ्रांस के सहयोग का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि आज अगर भारत और फ्रांस दुनिया के बड़े खतरों से लड़ने में नजदीकी सहयोग कर रहे हैं तो उसका कारण भी यह साझा मूल्य ही है. चाहे वह आंतकवाद हो या फिर क्लाइमेट चेंज. यही वो धरती है जहां प्रथम विश्व युद्ध में 9000 भारतीय सैनिकों ने फ्रांस के सैनिकों के साथ मानवता के पक्ष में लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. भारत और फ्रांस की दोस्ती ठोस आदर्शों पर बनी है. दोनों देशों के चरित्र का निर्माण ‘लिबर्टी, इक्वलिटी और फ्रेटरनिटी’ के साझा मूल्यों से हुआ है. भारत और फ्रांस एक दूसरे के लिए लड़े भी हैं और जिए भी हैं. दोनों देशों ने कंधे से कंधा मिलाकर दुश्मनों से मुकाबला किया है.
चंद्रयान-2 की उपलब्धि बताई
मोदी ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि 7 सितंबर को हम सभी का चंद्रयान-2 चांद पर उतरने वाला है. इस उपलब्धि के बाद भारत चांद पर उतरने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा.
उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति मेक्रों के साथ मिलकर इंटरनेशनल सोलर अलायंस की पहल की.
प्रवासियों को उनके भारत और फ्रांस से रिश्ते को समझाया
पीएम ने कहा कि फ्रांस में रहने वाले भारतवासियों का भारत से रिश्ता मिट्टी का है, तो फ्रांस से आपका मेहनत का नाता है. आपकी सफलताएं फ्रांस के लिए गौरव का विषय हैं, साथ ही ये भारत को भी गौरवान्वित करती हैं.

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