झारखंड में शहरी गैस आपूर्ति परियोजना समेत तीन योजनाओं का मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया उद्घाटन

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में बटन दबाकर झारखंड की राजधानी रांची में शहरी गैस आपूर्ति परियोजना की शुरुआत की. इसके साथ ही शहर में सीएनजी से चलने वाले वाहनों और प्राकृतिक गैस से चलने वाले शवदाह गृह का भी उद्घाटन किया. मेकॉन में रहने वाली अनामिका शहरी गैस आपूर्ति परियोजना की पहली ग्राहक बनीं, जिनके घर सीधे पाइपलाइन से रसोई गैस की आपूर्ति हुई.
अनामिका और उनके पति ने इस अवसर पर कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है कि इस परियोजना की वह पहली लाभुक हैं और उनके घर से इसका शुभारंभ हुआ है. ओरमांझी के मधुबन विहार में एक सीएनजी स्टेशन की भी शुरुआत हो गयी. सीएनजी से चलने वाले वाहन अपना टैंक यहां री-फिल करवा पायेंगे. इतना ही नहीं, 75 करोड़ की लागत से बनने वाले गेल के हेडक्वार्टर का भी शुभारंभ हो गया.
 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि रांची में पाइपलान से गैस कनेक्शन दे रहे हैं, जिससे आम जनों को सुविधा होगी. श्री दास ने कहा कि लोग यह सोचते थे कि यह सुविधा मेट्रो शहर तक सीमित रहेगी. लेकिन, ऐसा नहीं है.
रांची जैसे शहर में भी लोगों की रसोई तक गैस की आपूर्ति हो रही है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है. वह लोगों के हितों के बारे में सोचते हैं. यही वजह है कि वर्ष 2014 के बाद वर्ष 2019 में भी मोदी जी की सरकार बनी. शपथ ग्रहण के बाद संसदीय कार्य की दृष्टि से जो काम हुआ, वह ऐतिहासिक है. सबसे अधिक विधेयक पास हुए.
रघुवर दास ने कहा कि योजनाओं का लाभ जनता तक कैसे पहुंचे, इस पर काम हो रहा है. इसी कड़ी में यह काम भी हो रहा है. देश की जनता ने नयी सोच के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है. विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है ईंधन. शरीर को भी ईंधन की आवश्यकता होती है. इस लिए पेट्रोलियम मंत्रालय ने घर-घर तक ईंधन पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है. वह बधाई के पात्र हैं.
श्री दास ने कहा कि आधुनिक भारत तभी बनेगा, जब झारखंड आधुनिक होगा. आधुनिक गैस की सुविधा मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान ओड़िशा से हैं. वह गरीबी को अच्छी तरह जानते हैं. 15 महीनें मे उन्होंने यह काम कर दिया. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को मजबूत करने पर ध्यान दिया. चूल्हे से खाना बनाने के कारण माताएं-बहनें धुआं से परेशान रहती थीं.\
श्री दास ने कहा कि झारखंड में 30 लाख से ज्यादा गरीब बहनों को गैस दिया गया है. जल्द ही 10 लाख और बहनों को एलपीजी का कनेक्शन मिलेगा. दूसरी बार गैस भराने का खर्च भी राज्य सरकार उठा रही है. जो महिलाएं गैस रीफिल कराने में असमर्थ हैं, उनका खर्च सरकार उठायेगी. प्रधानमंत्री के संकल्प को राज्य सरकार पूरा करेगी. श्री दास ने कहा कि आनेवाले समय में लोगों गैस सिलिंडर से भी मुक्ति मिल जायेगी. अब रांची में भी नल की तरह गैस उपलब्ध है. किसी को सिलिंडर लाने की जरूरत नहीं है. यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है.
सक्षम हैं झारखंड की महिलाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की महिलाएं इतनी सक्षम हैं कि रानी मिस्त्री बनकर उन्होंने घर-घर शैचालय बना दिया. स्वॉयल हेल्थ कार्ड के जरिये अब किसानों को उनके खेत की मिट्टी के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी. हर पंचायत में मिट्टी के डॉक्टर के रूप में महिलाएं हैं. उनके पास आधुनिक तकनीक है. एक दिन में तीन जांच करेंगी, तो वह हर महीने 14 हजार रुपये कमा लेंगी. श्री दास ने कहा कि शहर की सखी मंडल अब गैस का कनेक्शन और कलेक्शन में शामिल होंगी. पैसे कमायेंगी. सीएनजी के ऑटो चलेंगे, तो चालकों को पैसे की बचत होगी.
 

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