सोनिया गांधी से उम्मीद बांधे 22 को दिल्ली पहुंचेंगे कांग्रेसी

लोकसभा चुनाव में हार के बाद 22 अगस्त को दिल्ली में राजीव गांधी की 75वीं हीरक जयंती समारोह में कांग्रेसी जुटेंगे. चुनाव के बाद निराश कांग्रेसियों के लिए महत्वपूर्ण बैठक भी होगी. पार्टी नेतृत्व में बदलाव के बाद राज्य के कांग्रेसी सोनिया गांधी से उम्मीद बांध कर दिल्ली पहुंचेंगे. राज्य में पार्टी के पास ना तो कोई एजेंडा है और नहीं धारदार नेतृत्व है. राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद प्रदेश नेतृत्व पर भी दबाव बना हुआ है. 
पार्टी नेताओं की कोशिश है कि वह सोनिया गांधी से मिलकर पार्टी और राज्य की राजनीतिक हालात पर चर्चा करें. राजीव गांधी के नाम पर दिल्ली में कांग्रेसजनों का जुटान उस समय हो रहा है, जब पार्टी की लोकसभा चुनाव में करारी हार हो चुकी है. साथ ही राहुल गांधी ने पार्टी नेतृत्व संभालने से इन्कार कर दिया है और कमान सोनिया गांधी को सौंप दी गयी है.  यह जुटान अहम इसलिए भी है कि केंद्र की मोदी सरकार ने तीन तलाक बिल और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया है. 
जदयू में शामिल हुईं पूर्व सांसद कुमकुम राय
कई नेताओं ने पार्टी लाइन से अलग बयान दिया है : अनुच्छेद 370 को हटाने को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया, कर्ण सिंह और जनार्दन द्विवेदी सहित कई नेताओं ने पार्टी लाइन से अलग बयान दिया है. पार्टी के पास ना तो राष्ट्रीय स्तर पर और नहीं प्रदेश स्तर पर कोई ठोस रणनीति दिख रही है. लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से लेकर महागठबंधन के साथ चलने को लेकर  प्रदेश नेतृत्व के विरोध में पार्टी का एक बड़ा धड़ा तैयार है. ऐसे लोग भी सोनिया गांधी से मिलकर राज्य की स्थिति से अवगत कराने की जुगत में हैं. 

More videos

See All