मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath)आज महाकाल (mahakal)के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे. वो यहां भाद्र महीने के पहले सोमवार को महाकाल की पहली शाही सवारी में शामिल होने आए. सीएम ने कहा मध्य प्रदेश (madhya pradesh)की पहचान महाकाल से है. देश का ये एक महान स्थान है. इस तीर्थ स्थान के सौंदर्यीकरण के लिए 300 करोड़ की योजना बनायी गयी है ताकि यहां का व्यवस्थित विकास हो सके.
सीएम की तमन्नाउज्जैन पहुंचने के बाद सीएम ने मीडिया से चर्चा में कहा मेरी बहुत दिनों से तमन्ना थी कि महाकाल मंदिर और उज्जैन का व्यवस्थित विकास हो. मुझे पब्लिसिटी की चिंता नहीं है. बिना प्रचार के मैं महाकाल मंदिर और उज्जैन के विकास के लिए ये काम करना चाहता हूं. ताकि लोग यहां सिर्फ दर्शन के लिए नहीं आएं, बल्कि यहां रुकें और घूमें-फिरें. इसलिए उज्जैन में पर्यटन और की सुविधाएं भी बढ़ायी जाएंगी. इसका लाभ रोज़गार के रूप में यहां के लोगों को मिलेगा.
खीर, अध्यात्म और गंगा के बिना नई शिक्षा नीति अधूरी : मोहन भागवतपोस्टर से सजा शहरसीएम कमलनाथ के दौरे को देखते हुए उज्जैन में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे. महाकाल मंदिर में भी पुलिस का कड़ा पहरा बैठाया गया था. पूरा शहर कमलनाथ के पोस्टर से पाट दिया गया. जगह जगह स्वागत मंच बनाए गए.
मंदिर समिति सदस्यों से चर्चाइससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ हेलिकॉप्टर से देवास रोड पर बने हेलीपैड पर उतरे. उन्हें रिसीव करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे. वहां से सीएम काफिले के साथ महाकाल मंदिर पहुंचे यहां पूजा के बाद मंदिर समिति सदस्यों से व्यवस्था के बारे में चर्चा की.
इससे पहले सीएम कमलनाथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के साथ महाकाल के दर्शन के लिए आए थे. प्रियंका गांधी ने महाकाल के दर्शन के बाद मालवा में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का प्रचार किया था. कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत भी महाकाल मंदिर से की थी.