देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पानी के सैलाब में डूबी हुई है. बाढ़ की हालत देखकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को गुस्सा आ गया. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुंबई महानगर पालिका पर निशाना साधते हुए कहा कि निकाय के पास भारी मात्रा में नकदी है फिर भी मुंबई महानगर में बारिश के पानी की समस्या बरकरार है.
नितिन गडकरी ने गोरई इलाके में एक मैंग्रोव पार्क के लिए भूमि पूजन करने के बाद यह टिप्पणी की. गडकरी ने कहा, “मैंने सुना है कि बीएमसी के पास 58,000 करोड़ रूपए की सावधि जमा (फिक्स्ड डिपोजिट) है और हर साल हम टीवी पर देखते हैं कि मुंबई में (मानसून के दौरान) बाढ़ आ गयी है, सड़कों पर पानी भर गया है. यह हर साल होता है.’’
देश में जल्द यूनिफॉर्म सिविल कोड कानून लागू हो जाएगा: शिवसेनागडकरी ने कहा कि जो राशि उनके पास है वे उसका उपयोग समुद्र में जाने वाले अपशिष्ट जल के पुन:चक्रण के लिए कर सकते हैं. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि उनके पास मुंबई महानगर क्षेत्र से निर्माणाधीन नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक परिवहन के लिए एक ‘जल टैक्सी’ परियोजना है. उन्होंने कहा कि इटली के वेनिस में लोग होटल से नाव के जरिए सीधे हवाई अड्डा जा सकते हैं. उनके पास ऐसी एक परियोजना तैयार है.
मुंबई और कोंकण के बाद पश्चिम महाराष्ट्र को चपेट में ले चुकी भीषण बरसात के कारण 26 लोगों की जान जा चुकी है. पिछले एक सप्ताह से इस क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण लगभग पूरा पश्चिम महाराष्ट्र बाढ़ की चपेट में आ गया है. कोल्हापुर और सांगली पूरी तरह जलमग्न दिखाई दे रहे हैं, तो पुणे और सातारा में बाढ़ का असर है.