उन्नाव रेप: वकील को भी था खतरे का अंदेशा, मांगा था हथियार का लाइसेंस

उन्नाव रेप केस में पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में उनके वकील महेंद्र सिंह भी घायल हैं. पीड़िता के परिवार की तरह महेंद्र सिंह ने भी खतरे का अंदेशा जताया था. सड़क हादसे से पहले वकील महेंद्र सिंह ने उन्नाव के जिला अधिकारी को एक पत्र लिखा था, जिसमें सुरक्षा के लिए हथियार का लाइसेंस देने की मांग की गई थी. महेंद्र सिंह ने कहा था कि मुझे आशंका है कि भविष्य में मेरी हत्या हो सकती है.
उधर सीबीआई ने बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, उनके भाई मनोज सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें उत्तर प्रदेश के एक अन्य मंत्री का रिश्तेदार भी शामिल है. यह कार्रवाई उस लड़की के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद हुई है, जिसने विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 20 अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है.
इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की अलग अलग धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश शामिल हैं. एफआईआर में आरोपी विनोद मिश्रा, हरि पाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह और वकील अवधेश सिंह के नाम शामिल हैं. ये सभी उन्नाव के रहने वाले हैं. आरोपी अरुण सिंह उत्तर प्रदेश के एक अन्य राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी भैया का दामाद है.
वह योगी आदित्यनाथ सरकार में कृषि, कृषि शिक्षा और अनुसंधान राज्य मंत्री हैं और फतेहपुर के हुसैनगंज से बीजेपी विधायक हैं. कुलदीप सेंगर के करीबी अरुण सिंह उन्नाव के नवाबगंज से ब्लॉक प्रमुख हैं.
लखनऊ में सीबीआई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम सिंह को जांच करने के लिए कहा गया है. केंद्र ने ट्रक-कार की टक्कर की जांच के लिए मंगलवार को मामला सीबीआई को सौंप दिया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. इस दुर्घटना में दुष्कर्म पीड़िता का वकील भी जिंदगी की जंग लड़ रहा है.

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