
राज्यसभा में ठीक से नहीं हो रहा काम? विपक्ष के आरोप का सभापति ने दिया जवाब
विपक्ष की 14 राजनीतिक पार्टियों ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को राज्यसभा में कामकाज को लेकर चिट्ठी लिखी थी, जिसपर अब सभापति का जवाब सामने आया है. राज्यसभा चेयरमैन ने कहा है कि पार्टियों की ओर से जो मसले उठाए गए थे, उनमें से कुछ उनके क्षेत्र के नहीं हैं. बता दें कि विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया था कि राज्यसभा में ठीक से प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है.
राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू का कहना है कि हमें जो चिट्ठी मिली है, उसमें दो मुख्य बातों को उठाया गया है. इनमें अगर आप बिलों की स्क्रूटनी की बात कर रहे हैं तो जो लोकसभा से पास बिल राज्यसभा में स्क्रूटनी के लिए नहीं भेजे गए हैं, वह उनके कार्यक्षेत्र से बाहर हैं.
वहीं इसमें ये भी कहा गया था कि बाकी लोकसभा की तुलना में इस सत्र में ज्यादा काम हो रहा है, ये मुद्दा भी उनके कार्य क्षेत्र से बाहर है. वेंकैया नायडू ने अपने जवाब में कहा है कि पिछले 5 सेशन जिसके वह चेयरमैन रहे हैं, उनमें दस विधेयक लाए गए हैं और इन सभी को निर्धिरित विभागों को भेजा गया है. सिर्फ दो को ही सर्वसम्मति से पारित किया गया है. सभापति ने कहा कि ये सदन पर निर्भर करता है कि वह कितने विधेयकों को कमेटी में भेजें. और अगर जहां तक सेशन की बात है तो ये सरकार का अधिकार क्षेत्र है कि कितना लंबा सेशन चलाना है.
राज्यसभा चेयरमैन वेंकैया नायडू का कहना है कि हमें जो चिट्ठी मिली है, उसमें दो मुख्य बातों को उठाया गया है. इनमें अगर आप बिलों की स्क्रूटनी की बात कर रहे हैं तो जो लोकसभा से पास बिल राज्यसभा में स्क्रूटनी के लिए नहीं भेजे गए हैं, वह उनके कार्यक्षेत्र से बाहर हैं.
वहीं इसमें ये भी कहा गया था कि बाकी लोकसभा की तुलना में इस सत्र में ज्यादा काम हो रहा है, ये मुद्दा भी उनके कार्य क्षेत्र से बाहर है. वेंकैया नायडू ने अपने जवाब में कहा है कि पिछले 5 सेशन जिसके वह चेयरमैन रहे हैं, उनमें दस विधेयक लाए गए हैं और इन सभी को निर्धिरित विभागों को भेजा गया है. सिर्फ दो को ही सर्वसम्मति से पारित किया गया है. सभापति ने कहा कि ये सदन पर निर्भर करता है कि वह कितने विधेयकों को कमेटी में भेजें. और अगर जहां तक सेशन की बात है तो ये सरकार का अधिकार क्षेत्र है कि कितना लंबा सेशन चलाना है.





























































