राज्यसभा में फूट-फूटकर रोने लगे AIADMK सांसद
राज्यसभा में कुछ सांसदों का बुधवार को आखिरी दिन था. अपने विदाई भाषण के दौरान एक सांसद काफी भावुक हो गए और संसद में ही फूट-फूटकर रोने लगे. भाषण के दौरान उन्होंने अपने आंसुओं को कई बार रोकने की कोशिश भी की लेकिन वह अपने आपको संभाल नहीं सके.
AIADMK सांसद वासुदेवन मैत्रेयन का संसद में आज उनका आखिरी दिन था. अपने विदाई भाषण के दौरान वह काफी भावुक हो गए और अपने आंसू नहीं रोक पाए. इस दौरान उन्होंने सदन से ये भी अपील की कि उनके निधन पर सदन में शोक ना जताया जाए. बताया जाता है कि AIADMK सांसद वासुदेवन मैत्रेयन अपना विदाई भाषण देने के लिए सदन में खड़े हुए तो उन्होंने सबसे पहले सदन का धन्यवाद दिया. इस दौरान उन्होंने अपने कार्यकाल से जुड़े अनुभव सदन में साझा किए. वासुदेवन मैत्रेयन ने कहा कि सदन में 14 साल से अधिक का सफर आज खत्म हो रहा है. इतना कहते ही वह भावुक हो गए और सदन में ही रोने लगे.
इस दौरान उन्होंने कई साथियों का शुक्रिया भी अदा किया. वासुदेवन मैत्रेयन ने कहा कि आज संसद से विदा लेते हुए अपने खास दोस्त अरुण जेटली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताते हैं. सांसद ने कहा कि साल 2009 में जब श्रीलंका में कई तमिल नागरिकों की मौत हो गई थी तब राज्यसभा में शोक नहीं जताया गया था. इस बात से मुझे काफी ठेस पहुंची थी. मैं सदन से अपील करता हूं कि मेरे मरने पर भी कभी सदन में कोई शोक प्रस्ताव नहीं लाया जाए.
संसद में दिए गए विदाई भाषण ने वासुदेव मैत्रेयन ने सभी दलों का आभार प्रकट किया, साथ ही सचिवालय के कर्मचारियों का भी शुक्रिया अदा किया. इस दौरान उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता को भी याद किया. गौरतलब है कि राज्यसभा से आज पांच सांसदों के कार्यकाल का आखिरी दिन था. इनमें डी राजा, वी मैत्रेयन, के आर अर्जुन, आर लक्ष्मण, टी रत्नवेल शामिल हैं.