बिहार में नीतीश-सिद्दीकी की मुलाकात से गरमायी सियासत, राबड़ी ने दी ये सफाई, जानिए

बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद रविवार को दरभंगा में मुख्यमंंत्री नीतीश कुमार और राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी से अकेले में आधे घंटे मुलाकात की जिसके बाद राजनीतिक महकमे में कयासों का दौर जारी है। जिसपर राबड़ी देवी ने सोमवार को सफाई दी है तो वहीं हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है, राजनीति में कुछ भी संभव है।
नीतीश कुमार की अब्दुल बारी सिद्दीकी से मुलाकात के बाद चर्चा है कि राजद के कई विधायक जदयू के संपर्क में हैं और वे कभी भी पाला बदल सकते हैं। इसपर राबड़ी देवी ने कहा कि राजद एकजुट है और कोई किसी से भी मिल सकता है। नीतीश कुमार बाढ़ के इलाके में दौरे पर गए थे। सिद्दीक़ी जी के गांव में भी बाढ़ आई है, इस वजह से नीतीश कुमार वहां गए थे और इसमें कोई और बात नहीं थी।
उन्होंने यह भी कहा कि राजद को तोड़ने की भी कोई कोशिश नहीं की जा रही है।  हमारी पार्टी एकजुट है, राजद पहले भी मजबूत था और अब और भी मजबूत है। दूसरी ओर महागठबंधन में शामिल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा कि राजनीति तो संभावनाओं का खेल है, इसमें कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी और अब्दुल बारी सिद्दीकी की इस मुलाक़ात को लेकर कोई अर्थ ना निकाला जाए । बाढ़ का इलाका था, इसी वजह से नीतीश कुमार सिद्दीकी जी के गांव गए थे।
वहीं, बिहार में महागठबंधन की अहम सहयोगी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष मदनमोहन झा ने भी इस मुलाकात को सियासी मानने से इनकार कर दिया है और उन्होंने कहा कि उल्टा बीजेपी-जेडीयू के नेता ही एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। उन्हें इस तरह बोलने के बजाय बाढ़ पीड़ितों के लिए काम करना चाहिए। इस बीच भाजपा नेता सह सांसद सीपी ठाकुर ने भी इस मुलाकात को सामान्य बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दरभंगा में हैं इसीलिए मुलाकात हुई। गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है।

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