कांग्रेस में चालू है तमाशा, विधानसभा चुनाव से पहले आपस में फरियाने दिल्ली पहुंचे कांग्रेसी
कांग्रेसियों की लड़ाई अब बयानों से बाहर निकलकर नए मोर्चो पर शुरू हो गई। एक बार फिर इसका केंद्र दिल्ली मुख्यालय बना है। प्रदेश अध्यक्ष का विरोध कर रहे और समर्थन कर रहे नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। विरोधियों की जहां कोशिश है कि प्रदेश अध्यक्ष को हटाकर नए का चयन किया जाए वहीं प्रदेश अध्यक्ष के समर्थक भी नई दिल्ली में अपना पक्ष लेकर पहुंचे हैं।
अभी तक की सूचना के अनुसार विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री ददई दुबे, प्रवक्ता किशोरनाथ शाहदेव समेत एक दर्जन नेता अपने-अपने तर्को के साथ मुख्यालय में सीनियर नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलकर दिल्ली पहुंचे सुबोधकांत सहाय ने लोकसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन का पूरा ठीकरा प्रदेश अध्यक्ष पर फोड़ दिया है।
सूत्र बताते हैं कि सहाय उनकी जगह पर झारखंड के किसी पुराने चेहरे को नेतृत्व सौंपने की वकालत कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के समर्थक दावा कर रहे हैं कि पूरे देश में खराब प्रदर्शन के बावजूद कांग्रेस ने झारखंड में एक सीट पाकर अपना ओहदा बड़ा ही किया है। इसके पूर्व उपचुनावों का हवाला भी दिया जा रहा है जिसमें कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन की जीत हुई थी।
केंद्र में आलाकमान के नहीं होने के कारण अभी तमाशा चलता रहेगा। एक-दूसरे को भाजपा में जाने की दे रहे सलाह प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने पार्टी नेताओं को अनुशासन की नसीहत क्या दी, पलटवार भी शुरू हो गया। सुबोधकांत सहाय के समर्थक नेता डॉ. अजय को ही भाजपा जाने की बात कह रहे हैं। वहीं अजय समर्थक भी अनुशासनहीन नेताओं को भाजपा में जाने की सलाह दे रहे हैं।