गुरु होने के नाते आशीर्वाद देता हूं, नीरज शेखर के सपा छोड़ने पर बोले रामगोपाल यादव

पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. नीरज शेखर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया. नीरज शेखर ने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को इस्तीफा सौंपा. राज्यसभा में नीरज शेखर का कार्यकाल नवंबर 2020 तक था.
नीरज शेखर के इस्तीफे पर समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने प्रतिक्रिया दी है. रामगोपाल यादव ने कहा है कि नीरज शेखर उन्हें अपना गुरु मानते हैं, आज गुरु पूर्णिमा है, और गुरु होने के नाते वे सिर्फ आशीर्वाद दे सकते हैं. सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि उनकी शुभकामनाएं नीरज शेख के साथ है. हालांकि उन्होंने कहा कि किसी के आने-जाने से पार्टियों पर कोई असर नहीं पड़ता है.
रामगोपाल यादव ने कहा, "सियासी दल में लोग आते हैं, जाते हैं. पार्टियां रेलगाड़ी की तरह होती है. लोग चढ़ते हैं और उतर जाते हैं. लोगों को लगता है कि गाड़ी खाली हो गई, लेकिन पार्टी में लोग रहते हैं. मैं दलबदलू के साथ नहीं हूं. कार्यकर्ता के साथ हूं और कार्यकर्ताओं की भीड़ सपा में लगी हुई है."
50 साल के नीरज शेखर दो बार लोकसभा के सदस्य रह चुके हैं. 2007 में चंद्रशेखर के निधन के बाद बलिया लोकसभा सीट से वह पहली बार जीते थे. 2009 में उन्हें इस सीट से दोबारा जीत मिली. 2014 का लोकसभा चुनाव वे हार गए. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजा. समाजवादी पार्टी में नीरज शेखर रामगोपाल यादव के काफी करीबी माने जाते थे.

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