दिल्ली में दो फाड़ हुई कांग्रेस, शीला दीक्षित को हटाने के लिए राहुल को लिखा पत्र

लोकसभा चुनाव में दिल्ली में मिली करारी हार के बाद भी कांग्रेस सबक लेने को तैयार नहीं है. दिल्ली में कांग्रेस दो गुटों में बंटी हुई नजर आ रही है और दोनों एक दूसरे के खिलाफ अभियान छेड़े हुए हैं. कांग्रेस का एक गुट दिल्ली प्रभारी पीसी चाको का इस्तीफा मांग रहा है, तो दूसरे गुट ने शीला दीक्षित को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के लिए राहुल गांधी को पत्र लिखा है.
दिल्ली कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. पिछले सप्ताह 14 जून को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको के इस्तीफे को लेकर जमकर हंगामा हुआ था. अब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम गोयल सहित कई जिलाध्यक्षों ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर शीला दीक्षित को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हाटने की मांग की है. गोयल ने कहा है कि यूपी और दिल्ली में शीला ने बेड़ागर्क किया है. गोयल का कहना है कि दिल्ली जीतने के लिए कांग्रेस को नया चेहरा चाहिए. 
दरअसल लोकसभा चुनाव से पहले ही पीसी चाको और शीला दीक्षित के बीच बेहतर तालमेल नहीं रहे हैं. पीसी चाकों आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के पक्ष में थे तो शीला दीक्षित खिलाफ थी. इसके बाद दोनों नेताओं ने राहुल गांधी के सामने अपनी-अपनी बातें रखी, जिसके बाद पार्टी ने दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया था. लोकसभा चुनाव में दिल्ली की किसी भी सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिल सकी है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व पार्षद रोहित मनचंदा ने 14 जून को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको पर दुर्व्यवहार करने तक का आरोप लगाया था. रोहित पिछले कुछ दिनों से पीसी चाको के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख रहे थे और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
लेकिन, मामला 15 जून को तब बिगड़ गया जब पीसी चाको ने प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और तीनों कार्यकारी अध्यक्षों की मीटिंग बुलाई थी. इस दौरान रोहित मनचंदा और पीसी चाको का आमना-सामना हुआ. इसके बाद पीसी चाको ने रोहित मनचंदा से सोशल मीडिया पर डाले जा रहे पोस्ट के बारे में कुछ सवाल किया, जिसके बाद हंगामा दोनों के बीच कहा सुनी होने लगी.

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