लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए इलेक्शन विनिंग मशीन बने अमित शाह गृह मंत्री के साथ-साथ पार्टी अध्यक्ष भी बने रह सकते हैं. आगामी हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली के विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर पार्टी किसी तरह का रिस्क उठाने के मूड में नहीं है. अमित शाह के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के बाद से संगठन में कायम हुई हनक और नतीजों से कार्यकर्ताओं में पैदा हुए जोश को बीजेपी बनाए रखना चाहती है.
Read News 9 दिन बाद अरुणाचल प्रदेश में मिला भारतीय वायुसेना के विमान AN-32 का मलबाबीजेपी के विश्वस्त सूत्रों ने कहा कि आज के दौर में अमित शाह में वो क्षमता है कि वे अति व्यस्त गृह मंत्रालय के साथ 11 करोड़ सदस्यों वाली देश की सबसे बड़ी पार्टी को एक साथ चला सकते हैं. नया अध्यक्ष कौन होगा? राष्ट्रीय स्तर के एक कद्दावर पदाधिकारी पहले इस सवाल पर हल्की मुस्कान बिखेरते हैं और फिर कहते हैं- चर्चाएं जो भी हों, जहां तक मुझे सूचना है कि 'अध्यक्ष जी' अभी पद पर बने रहेंगे. यह सब उन पर(अमित शाह) ही निर्भर है.