प्रदेश कांग्रेस में तीन कार्यवाहक प्रधान बनाने का विरोध शुरू, कहा यह विभाजित करने जैसा

 प्रदेश कांग्रेस को फिर से पटरी पर लाने और तीनों संभागों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए तीन कार्यवाहक प्रधान के फामरूले का विरोध शुरू हो गया है। यह विरोध लद्दाख या जम्मू से नहीं बल्कि कश्मीर से हो रहा है। कश्मीर में कांग्रेस नेताओं का मानना है कि यह राज्य को तीन हिस्सों में विभाजित करने जैसा है।
हाल ही में हुए संसदीय चुनावों में कांग्रेस पांच सीटों पर चुनाव लड़ी और पांचों पर उसे मुंह की खानी पड़ी। हार के कारणों पर मंथन के लिए गत रविवार को श्रीनगर में राज्यसभा में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में बैठक हुई थी। इसी बैठक में प्रदेश कांग्रेस को राज्य में फिर से मजबूत बनाने और लोगों को इससे जोडऩे पर चर्चा हुई थी। इस दौरान राज्य के तीनों संभागों के लिए स्थानीय, सामाजिक, राजनीतिक व भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग अध्यक्ष नियुक्त करने का भी सुझाव आया। इस पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने हामी भरी।

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